नमस्कार दोस्तों ,दोस्तों, यदि मैं क्रिकेट को इंसानों का सबसे पसंदीदा खेल कहूं तो मै समझता हूँ की मेरा ऐसा कहना गलत नहीं होगा। यूँ तो इंसान अपने जीवन में रोमांच भरने के लिए कई खेल खेलता है पर क्रिकेट ही एक मात्रा ऐसा खेल है जिसमे खेलने वाले व्यक्ति से देखने वाला ज्यादा रोमांच का अनुभव करता है।
आंकड़ों से सम्बंधित इस खेल में इसके प्रारम्भ से लेकर अब तक कई रिकार्ड्स बनते और टूटते चले आ रहे हैं। दोस्तों क्रिकेट के खेल में रिकार्ड्स का बनना और टूटना बहोत ही आम बात है पर इस खेल में अब तक कुछ ऐसे रिकार्ड्स भी बन चुके हैं जिसे कभी तोडा ही नहीं जा सकता और न ही इन रिकार्ड्स को बनाने वाले खिलाडी को कभी भुलाया जा सकता है। आइए जानते हैं क्रिकेट के 10 ऐसे रिकार्ड्स और इन रिकार्ड्स को बनाने वाले के बारे में जिसे भविष्य में भी कभी कोई खिलाडी तोड़ नहीं सकता... ... ..... ....
जानिये कांग्रेस की उम्मीद और सबसे युवा नेता सचिन पायलट के बारे में।
1. डॉन ब्रैडमैन : टेस्ट में 99.94 की औसत बल्लेबाजी
आज से 67 साल पहले ही डॉन ब्रैडमैन ने टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले लिया है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में औसत बल्लेबाजी का उनका रिकॉर्ड आज तक न तो कोई तोड़ पाया है और न ही भविष्य में इस रिकॉर्ड को तोड़ पाने की कोई सम्भावना है। डॉन ब्रैडमैन ने 99.94 की औसत से रन बटोरे हैं, डॉन ब्रैडमेन के बाद सबसे अच्छी औसत बल्लेबाजी की लिस्ट में जो दूसरा बल्लेबाज है उनका नाम ग्रीम पोलाक है। दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम पोलाक की औसत बल्लेबाज़ी 60.97 है।
2. सचिन तेंदुलकर : वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक 18426 रन
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक 18426 रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ना भी अब तक किसी के लिए संभव नहीं हो सका है।इस लिस्ट में सचिन से नीचे जो बल्लेबाज हैं, वो सभी वनडे क्रिकेट से बहोत पहले ही संन्यास ले चुके हैं.विधान सभा चुनाव विश्लेषण : कांग्रेस को जिताने में बीजेपी की मेहनत।
3. मुथैया मुरलीधरन : 1347 विकेट लेने वाले एक मात्र गेंदबाज़।
इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक केवल दो ही गेंदबाज ऐसे हैं जिन्होंने अपनी गेंदबाज़ी से 1000 से अधिक विकेट उड़ाए हैं. पहले पायदान पर हैं मुथैया मुरलीधरन और दूसरे पर शेन वॉर्न का नाम दर्ज़ है. मुरलीधरण ने 1347 विकेट लिए, जबकि शेनवॉर्न 1001 पर ही ठहर गए और इससे आगे नहीं बढ़ पाए। मुरली का रिकॉर्ड तोड़ने की बात तो दूर, अब तो कोई गेंदबाज इंटरनेशनल क्रिकेट में न तो इतना लम्बा खेलता है और न ही 1000 विकेट लेने के बारे में सोचता है.4. जैक होब्स: फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 61760 रन
इंग्लैंड के सर जैक होब्स ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बल्लेबाजी की जो क्लास दिखाई, आज की क्रिकेट में कोई भी खिलाडी उसके आसपास तक भी नहीं पहुंच पाया और नहीं कोई खिलाडी इस आंकड़े के करीब तक पहुंचने के बारे में सोचता है। आपको शायद यह जानकर हैरानी होगी कि सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सुनील गावस्कर, रिकी पोटिंग और ब्रायन लारा जैसे बल्लेबाज़ों का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप 10 खिलाडियों की लिस्ट में नाम तक नहीं है।रजनीकांत की '2.0' के बाद नया धमाका, डैशिंग अंदाज में दिखे रजनीकांत.
5. जिम लेकर: एक ही टेस्ट में 19 विकेट लिए।
इंग्लैंड के जिम लेकर ने 1956 में इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट में 19 विकेट लेने का जो रिकॉर्ड बनाया था, उसे इतने सालों में तोड़ना तो दूर, इस रिकॉर्ड की कोई बराबरी भी नहीं कर पाया. और इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना पूरी तरह से नामुनकिन भी है क्योंकि जो ये रिकॉर्ड तोड़ेगा, उस गेंदबाज को टेस्ट मैच की दोनों पारियों में सभी 20 विकेट लेने होंगे. जो असंभव सा है।6. ग्राहम गूच: एक टेस्ट में 456 रन बनाये।
ग्राहम गूच ने यह रिकॉर्ड टीम इंडिया के खिलाफ साल 1990 में बनाया था. उन्होंने खेल की पहली पारी में 333 रन बनाये और दूसरी में 123 रन. इस तरह उन्होंने एक ही टेस्ट में 456 रन बनाने का अद्भुत रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। उसके बाद ब्रायन लारा ने एक ही पारी में 400 रन बनाने का रिकॉर्ड भी बना दिया, लेकिन न तो लारा और न ही कोई दूसरा ऐसा बल्लेबाज़ हुआ जो की ग्राहम गूच के इस रिकॉर्ड को तोड़ सके।अभिनेता रजनीकांत के जन्म दिन पर जानिये उनके बस कंडक्टर से सुपरस्टार बनने तक का सफर।
7. विल्फ्रेड रोड्स: फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 4204 विकेट
शायद आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इंग्लैंड के दिग्गज क्रिकेटर विल्फ्रेड रोडस ने कुल 1110 फर्स्ट क्लास मैच खेले थे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 4 हजार विकेटों का आंकड़ा पार किया और ऐसा करने वाले दुनिया के अकेले क्रिकेटर बन गए। पिछले तीस सालों में कोई गेंदबाज टॉप 25 फर्स्ट क्लास बॉलरों की सूची में भी अपनी जगह नहीं बना पाया तो फिर इस रिकॉर्ड का टूटना तो बहुत दूर की बात है.8. चामिंडा वास : एक वनडे मैच में लिए 8 विकेट
श्रीलंका के खब्बू गेंदबाज के नाम से मशहूर चामिंडा वास ने 2001 में सिर्फ 19 रन देकर अकेले ही 8 विकेट लिए थे. आज तक उनके रिकॉर्ड का कोई भी गेंदबाज़ बराबरी नहीं कर पाया है।9. क्रिस गेल: 30 गेंदों में शतक
क्रिस गेल ने दो साल पहले आईपीएल में महज 30 गेंदों में शतक ठोककर टी 20 का सबसे तेज गति से शतक बनाया था और ऐसा करने वाले टेस्ट मैच के पहले बल्लेबाज़ के तौर पर यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। गेल का यह रिकॉर्ड तोड़ने के लिए बल्लेबाज़ को हर गेंद पर तीन रन से ज्यादा की औसत से रन बनाने होंगे. ऐसे में इस रिकॉर्ड के टूटने के बारे में कोई खिलाडी सोचता भी नहीं है।प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीकार ली अपनी हार. राहुल गाँधी को दी जीत की बधाई।
10. फिल सिमंस: 10 ओवर में 3 रन
वनडे क्रिकेट में 0.3 की इकॉनोमी. यह सबसे दमदार गेंदबाज़ी का बेतोड़ उदाहरण है। शायद आप यह पढ़ कर चौक गए होंगे पर यह सच है। वेस्टइंडीज के फिल सिमंस ने 23 साल पहले पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में यह कारनामा कर दिखाया है. सिमंस ने सिडनी में खेले गए इस वनडे मैच में 10 ओवर में 8 मेडेन के साथ सिर्फ 3 रन दिए थे और पाकिस्तान के 4 विकेट चटखाये थे।
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