नमस्कार दोस्तों,
दोस्तों, 14 फरवरी को जब देश का हर नौजवान वैलेंटाइन डे मना रहा था तभी धरती की ज़न्नत से एक ऐसी खौफनाक खबर आयी जिसने माँ भारती के कलेजे को छलनी कर दिया और हर भारतवासी के आँखों को आंसुओं से भर दिया। दोपहर के करीब तीन बजे जब CRPF बटालियन के जवानों की शिफ्टिंग चल रही थी और जवानों से भरे बसों का काफिला शिफ्टिंग के लिए रवाना हुआ तभी अचानक 300 किलो I.E.D विष्फोटक से भरा स्कार्पिओ जो की पहले डिवाडर के साइड पर बंद खड़ा था वह जवानों से भरे एक बस से जा भिड़ा। देखते ही देखते 44 जवान शहीद हो गए।
पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने इस हमले को आत्मघाती हमला बताते हुए इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है। इस आत्मघाती हमले को अंजाम देने वाले और छुपकर पीठपीछे वॉर करने वाले उस बुज़दिल आतंकवादी का नाम आदिल अहमद डार बताया गया है। इस हमले से सभी 130 करोड़ भारतवासी आहात हैं और केंद्र सरकार से इस हमले के असली गुनहगारों और षड्यंत्रकारियों को जल्द से जल्द पकड़ कर मौत की सजा देने की मांग कर रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान में छिपकर भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले सभी आतंकी संगठनों को पकिस्तान में घुस कर मारने की मांग कर रहे हैं।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए इस आतंकी हमले से शहीद हुए CRPF के 44 जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की जवानों का बलिदान खली नहीं जाएगा। पाकिस्तान ने अब तक की सबसे बड़ी गलती कर दी है और अब पाकिस्तान को इस गलती का बहोत बडा खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा। प्रधान मंत्री मोदी ने कहा की CCS बैठक के बाद देश की सेना को इस शहादत का बदला लेने की पूरी छूट दे दी गई है। सेना यह तय करेगी की वह कब और किस तरह पाकिस्तान को इस हमले का जवाब देगी।
आज दिन के ग्यारह बजे प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में सभी विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री मोदी से पाकिस्तान और आतंकवाद को सबक सीखाने की मांग करते हुए इस मामले में राजनीति न करने और सरकार के साथ खड़े होने का भरोसा दिलाया।
हमले के अगले ही दिन 15 फ़रवरी को भारत ने पकिस्तान से सरे सम्बन्ध ख़त्म करते हुए पाकिस्तान के अम्बेसेडर को वापिस उसके देश भेज दिया। इस हमले के बाद सभी राजनितिक दलों ने सारे राजनितिक मुद्दों को किनारा करते हुए देश के सम्मान की इस लड़ाई में सरकार के साथ कड़ी दिखाई पड़ रही है।
भारत पर हुए इस आतंकी हमले पर अन्य देशों ने भी अपना दुःख व्यक्त किया है। अमेरिका ने पाकिस्तान को धमकी भरे लहज़े में कहा है की वह जल्द से जल्द अपने देश से आतंकियों को संरक्षण देना बंद करे। भारत पर हुए इस आतंकी हमले पर अभी तक चीन की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। चीन पहले भी पकिस्तान का हितैषी रहा है और अभी भी पाकिस्तान का समर्थन करता हुआ दिखाई दे रहा है।
दोस्तों इस खबर की लगातार ताज़ा अपडेट पाने के लिए इसे फॉलो करना न भूलें, धन्यवाद्।
No comments:
Post a Comment