नमस्कार दोस्तों,
अगर आपसे पूछा जाए कि इंसान के लिए दुनिया कि सबसे बड़ी खुसी क्या है, तो हो सकता है कि आप सभी के जवाब अलग अलग हों. पर सही मायने इस पूरी दुनिया के किसी भी इंसान के लिए उसकी सबसे बड़ी खुसी उसकी सेहत है. यदि आपकी सेहत चुस्त और दुरुस्त हो. आप ताकत और बुद्धि से संपन्न हो, तो दुनिया कि ऐसी कोई खुसी नहीं जिसे आप अपनी मेहनत से हासिल न कर सकें. जहाँ तक मै समझता हूँ आप सभी मेरी इस बात से जरूर सहमत होनेगे.
अंदाजा लगाइये कि आप दुनिया के सबसे रहिस इंसान के यहाँ जन्म लिए हो और दुनिया कि आधी से ज्यादा संपत्ति आप अकेले के नाम पर है. ऐसा कोई वस्तु नहीं जिसे आप खरीद नहीं सकते. आप भरे पुरे और खुशाल परिवार में जन्म लिए हो. तो क्या आप सच में बहोत भाग्यशाली हो और दुनिया के सबसे खुशहाल इंसान हो. सायद पहली नज़र में आपका जवाब हाँ हो. पर यदि मै कहूं इन सारी बातों के सच होने के बावजूद आप पैदायसी बिमार हो और आप बिना सहारे के अपना एक कदम तक नहीं बढ़ा सकते. तो अब सोचिये कि क्या सच में आप दुनिया के सबसे खुशाल इंसान है. आपका जवाब होगा बिलकुल नहीं.
खुशियां इस बात से नहीं है कि आपके चाहत कि हर चीज़ आपको मिल जाए बल्कि खुशियां इस बात से है कि आपका शरीर और बुद्धि या कहूं कि आपका पूरा स्वास्थ्य इतना बेहतर हो कि आप अपनी इच्छा कि हर चीज अपने दम पर हासिल कर सके और उसका मज़ा उठा सकें.
दोस्तों स्वस्थ शरीर से बड़ी दौलत इस दुनिया में कुछ भी नहीं. यदि आपके पास ज़माने कि हर खुसी हो और आप उस ख़ुशी को भोग न पाएं तो वही आपके लिए सबसे बड़े दुःख का कारण बन जाती है.
स्वस्थ शरीर एक दिन के मेहनत से या जिम में पसीना गलाकर हासिल नहीं होता. अगर आपके सिक्स पैक्स है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप स्वस्थ हैं. पूर्ण रूप से स्वस्थ शरीर में एक ऐसी ऊर्जा का संचार होता है जिसे शब्दों से बयां कर पाना नामुनकिन है.
यदि आप सच में चाहते है एक बेहतर स्वास्थ्य तो आपको अपनी आदतों में करना होगा ये सुधार :-
१. उत्तम एवं सात्विक भोजन. हमेसा गर्म व ताज़ा भोजन करें
२. सुबह ४-५ बजे के बीच बिस्तर छोड़ दें.
३. रात का भोजन आधापेट ही खाएं और हल्के एवं सुपाच्य खाद्य पदार्थ का सेवन करें .
४. कम से कम ७ घंटे कि नीदं लें.
५ मासाहार न करें.
६. यदि आप व्यसनों का सेवन करते हों तो या तो व्यसन छोड़ दें या फिर बेहतर स्वास्थ्य पाने कि इच्छा छोड़ दें.
७. दिन में कम से कम दो घंटा ऐसा कार्य करें जिससे पसीने का उत्सर्जन हो.
८. सुबह योग करें. प्राणायाम और आलम विलोम से बेहतर परिणाम मिलता है.
९. प्रतिदिन कम से कम २ घंटे ( १ घंटा सुबह और १ घंटा शाम ) जमीन में पालथी लगाकर बैठें.
१०. कम से कम आधा घंटा ध्यान लगाएं और बेहतर स्वास्थ्य पा लेने का अनुभव करें.
दोस्तों यदि आपने इन दस तरीकों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया तो आपको एक बेहतर स्वास्थ्य पाने से कोई नहीं रोक सकता. बेहतर होगा कि इन आदतों को एक बच्चे के अंदर जन्म से वाले जाएं.
अगर आपको मेरा यह पोस्ट पसंद आया हो तो मुझे फॉलो करें और कमेंट करना न भूलें. धन्यवाद्.
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