महिला कानूनों का दुरूपयोग। नारी कर रही पुरुष का शोषण

दोस्तों लीव इन रिलेशन भारत का कल्चर नही है पर आज कल के बदलते दौर में युवाओं इसका काफी चलन देखा जा रहा है। जब हम किसी भी विदेशी जीवन शैली को अपनाते हैं तो उसे पूरी तरह से अपनाना चाहिए नही तो काफी दिक्कत हो जाती है। आज मैं लीव इन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं की आपसे चर्चा करते हुए इस विषय पर आपकी प्रतिक्रिया भी चाहूंगा । दोस्तों सबसे पहले तो आपको बता दूं कि लीव इन रिलेशन पूरी तरह से पाश्चात्य संस्कृति है जिसमे लड़का लड़की आपसी सहमति से एक दूसरे के साथ रहते है । इसके कुछ साधारण से नियम भी हैं जो की लड़का एवं लड़की दोनो को निभाना होता है। 

जैसे की एक दूसरे की परवाह करेंगे, एक दूसरे के निजी मामलों में उतना ही दखल देंगे जितना वो एलाऊ करेगें, घर का खर्चा मिलकर वहन करेंगे इत्यादि। लीव इन एक तरह से बिना शादी के पति पत्नी की तरह जीने का ट्रायल है जिसमे यदि लड़का या लड़की दोनों में से किसी एक को भी साथ रहने के दौरान ऐसा लगता है की वो एक दूसरे केलिए नही बने तो वे उसी वक्त अपना रास्ता अलग कर सकते है और इसमें कोई किसी को दबाव नहीं बना सकता रिश्ता आगे बढ़ने के लिए।
पर लड़का लड़की साथ रहें और संबंध न बने ऐसा हो नहीं सकता यहीं से परेशानी शुरू होती है और लड़कियों का दोहरा चरित्र उभर कर सामने आता है। हमने अक्सर देखा है की लड़की लड़के खिलाफ केस कर देती है की लड़के ने शादी का झांसा देकर उसका शोषण किया । एक तरफ तो लड़कियां जेंडर इक्वालिटी की बात करती हैं और दूसरी तरफ खुद को मासूम और अबला बताते हुए लड़के पर आरोप लगाती है की शादी का झांसा देकर शोषण किया अब आप सब यह बताइए की क्या ऐसा कहना सही है। जब लड़का लड़की दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से एक साथ एक रूम में रह रहे हैं। उनके बीच में जो भी संबंध बन रहा है उसमे दोनो की मर्जी है फिर लड़की बाद में खुद को दूध पीती बच्ची साबित करने में क्यों तुल जाती है यह बात समझ से बाहर है। कृपया इस विडियो को देखें और कमेंट करके अपनी राय बताएं धन्यवाद।

https://youtu.be/pAC5EHBcCA8

No comments:

Post a Comment

Featured Post

अगर रोबोट्स अपना काम करना बंद करके इंसान की भक्ति करने लगे तो क्या होगा?

भगवान और विज्ञान, इंसान और रोबोट, धार्मिक रोबोट, आस्था और विज्ञान, artificial intelligence. दोस्तों सभी धार्मिक जन ...