बिक गई शो मैन राजकपूर की आखरी धरोहर आर. के. स्टूडियो।

नमस्कार दोस्तों,

हमने अपने बड़े बुज़ुर्गों से सुना था की इस नदिया में कुछ भी शास्वत नहीं। एक न एक दिन अच्छा या बुरा सबकुछ ख़त्म हो जाता है। समय के साथ दुनिया सबकुछ भुला देती है, चाहे वह आपकी अच्छाई हो या बुराई। इस धरती पर वह सबकुछ जिसे हम देख, छू या महसूस कर सकते हैं वह कभी न कभी ख़त्म हो ही जाती है। आज इसी बात का जीता जागता सबूत हमें देखने को मिला जब हिंदी सिनेमा जगत के शो मैन कहे जाने वाले राज कपूर साहब के फिल्म स्टूडियो आर. के. स्टूडियो के बिकने की खबर आई।

आर. के. स्टूडियो (R.K. STUDIO) का इतिहास:

आर. के. स्टूडियो की नीव शो मैन राजकपूर ने बड़े अरमानों के साथ रखी थी। आर के स्टूडियो ने कई कलाकारों के हुनर को तराशा और उन्हें हिंदी सिनेमा का जगमगाता हुआ सितारा बना दिया। आर. के. स्टूडियो की स्थापना साल 1948 में राजकपूर साहब ने बड़े अरमानों के साथ की थी।


आर. के. स्टूडियो के बैनर तले बनी पहली फिल्म थी आग (aag 1948) . स्टूडियो की यह पहली फिल्म भले ही असफल रही पर इसके बाद इस स्टूडियो ने कई यादगार फिल्मों का प्रोडक्शन किया। आइए जानते हैं आर. के. स्टूडियो के बैनर तले बनी फिल्मों के बारे में :


  1. आग ( Aag 1948 ) 
  2. बरसात ( Barsaat 1949 )
  3. आवारा ( Aawaara 1951 )
  4. बूट पोलिश 
  5. जागते रहो 
  6. श्री 420 
  7. जिस देश में गंगा बहती है (1960 )
  8. मेरा नाम जोकर (1970 )
  9. बॉबी (1973 )
  10. सत्यम शिवम् सुंदरम (1978 )
  11. प्रेम रोग (1982 )
  12. राम तेरी गंगा मैली (1985 ) यह राज कपूर सर के डायरेक्शन में बनी आखरी फिल्म है। इसके बाद रणधीर कपूर ने स्टूडियो ज्वाइन किया और अपने पिता के इस प्रोडक्शन हाउस को आगे बढ़ाया। 
  13. कल आज और कल (1971 ) इस फिल्म से रणधीर कपूर ने बतौर निर्देशक अपने कैरियर की शुरुवात की। 
  14. धरम करम (1975 ) इस फिल्म को अधूरा छोड़कर राजकपूर साहब ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। रणधीर कपूर ने इस फिल्म को उनके जाने के बाद साल 1988 में पूरा किया। 
  15. हिना (1991 )
  16. प्रेम ग्रन्थ (1996 ) राजीव कपूर द्वारा निर्देशित। 
  17. आ अब लौट चलें ( 1999 )
फिल्म "आ अब लौट चलें" आर. के. स्टूडियो के बैनर तले बानी अंतिम फिल्म थी। इस फिल्म के बाद रणधीर कपूर और उनके दोनों भाइयों ने इस स्टूडियो को बंद कर दिया।

दोस्तों यह वो यादगार फ़िल्में हैं जिनकी कहानी और गाने आज भी दर्शकों को खूब पसंद आते हैं। राजकपूर साहब ने ही हिंदी फिल्मों में बोल्ड सीन फिल्माने का रिवाज शुरू किया था। बुड्ढा मिल गया और राम तेरी गंगा मैले फिल्म में उन्होंने सबसे पहले बोल्ड सीन फिल्माया था। 


साल 2017 में बंद पड़ी आर के स्टूडियो में आग लगने की खबर आई। ऋषि कपूर ने मीडिया में बताया की स्टूडियो में लगी आग से काफी कुछ तबाह हो गया। आगजनी के कुछ दिनों बाद अपने एक इंटरव्यू में ऋषि कपूर ने बताया की वे आर के स्टूडियो को बेचने वाले हैं।

गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड होगा नया मालिक:

गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड कंपनी ने आर के स्टूडियो को खरीद लिया है। यह सौदा कितने में हुआ इस बात का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। बॉलीवुड के शो मैन की इस प्रोडक्शन हाउस को खरीदने वाले जीपीएल के मालिक ने अब यहां 3,50,000 वर्ग फीट जगह में अत्याधुनिक आवासीय परिसर और एक लक्सरी रिटेल सेंटर बनाने की घोषणा की है।  रियल स्टेट के स्थानीय जानकारों के मिताबिक जगह की कीमत 24000 से 28000 रुपये प्रति वर्गफीट बताई जा रही है।

अभिनेता रणधीर कपूर ने कहा कि "यह जगह पिछले कई दशकों से मेरे परिवार की लिए काफी मायने रखती है। परिवार से इस जगह का भावनात्म जुड़ाव है। हम इस जगह पर एक नया इतिहास लिखने के लिए जीपीएल को चुनकर काफी उत्साहित हैं।"















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