
नमस्कार दोस्तों,
दोस्तों, संतकबीर नगर से बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी द्वारा बीजेपी के ही विधायक राकेश बघेल को जूता से मारने की घटना के बाद इस घटना की चर्चा राजनितिक गलियारों में बड़ी तेज़ी से फ़ैल चुकी है। इस बीजेपी के विधायक को जूता मारने की इस घटना के बारे में जब सांसद शरद त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने कहा की ये सच है की मैंने विधायक राकेश बघेल को जाता मारा है पर यह भी सच है की इस घटना के बाद मैं काफी शर्मिंदा हूँ और काफी बुरा महसूस कर रहा हूँ। मुझसे जो भी हुआ वह मेरे सामान्य व्यवहार के विपरीत था। आप सभी जानते हैं की मैं इस तरह का व्यक्ति नहीं हूँ।
आपको बता दें की इस पुरे मामले की जानकारी मिलने के बाद उत्तर प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने सांसद शरद त्रिपाठी और विधायक राकेश बघेल दोनों को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में तलब किया है। प्रदेश अध्यक्ष द्वारा पार्टी कार्यालय तलब किये जाने पर सांसद शरद त्रिपाठी ने कहा की अगर अध्यक्ष महोदय ने मुझे तलब किया है तो इस मैं अपना पक्ष जरूर रखूँगा।
आपको बता दें की यह पूरा मामला एक कार्यक्रम के दौरान शिलालेख पर सांसद के नाम न लिखे जाने को लेकर है। सांसद शरद त्रिपाठी ने शिलालेख पर अपना नाम ना होने पर इंजीनियर से इसकी वजह पूछनी चाही पर जब इंजीनियर से पूछे सवालों के जवाब देने के लिए विधायक राकेश बघेल कूद पड़े तो शरद त्रिपाठी का मिजाज गर्म हो गया और फिर उन्होंने जूता निकालकर विधायक राकेश बघेल को मारना शुरू कर दिया।
शिलालेख पर नाम न होने जैसी छोटी वजह के लिए हुए एक सांसद और विधायक के बीच इस बचकाना मार पिट ने बीजेपी की छबि को काफी ख़राब किया है। विपक्ष इस मामले को लेकर जहां बीजेपी को गुंडा पार्टी बताते हुए मज़ाक उड़ा रहे हैं। वहीँ सांसद और विधायक के इस व्यवहार की तुलना सड़क छाप गुंडों से कर रहे हैं।
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