
दोस्तों, आज पूरा देश जब नए साल के स्वागत में डूबा हुआ था तभी एक ऐसी खबर सामने आई जिसे सुनकर पूरा बॉलीवुड शोकजदा हो गया और तमाम फ़िल्मी हस्तियों की आँखें नम हो गई। आपको बता दें की काफी लम्बे समय से बीमार चल रहे बॉलीवुड के मशहूर कलाकार कादर खान का कल रात्रि नए वर्ष की पूर्व संध्या में निधन हो गया। कादर खान साहब एक बहुमुखी प्रतिभा के धनि थे। वे बेहतर संवाद लेखक, मजेदार कॉमेडी और एक अभिनेता के रूप में अच्छे या बुरे किरदार में ढल जाने के लिए पहचाने जाते हैं।
आज बॉलीवुड जगत, कामयाबी की जिस ऊंचाई पर पहुंचा है उसमे मरहूम कादर खान की एक बड़ी हिस्सेदारी है। उन्होंने अपना पूरा जीवन हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को न केवल समर्पित किया बल्कि एक माली बनकर इसे सींचा भी।

कादर खान के बेटे सरफ़राज़ खान ने उनकी मौत की पुष्टि करते हुए कहा की "मेरे पिता अब नहीं रहे। लम्बी बिमारी के चलते कनाडा में स्थानीय समय के अनुसार 31 दिसम्बर को शाम 6 बजे उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। इससे पहले वे दोपहर में कोमा में चले गए थे। वे पिछले 16 - 17 सप्ताह से अस्पताल में थे।"
कादर खान अब तक 300 से भी अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। उन्होंने बॉलीवुड में अभिनय करने के साथ साथ 200 फिल्मों का लेखन भी किया है। 70 के दशक में कादर खान को एक मशहूर स्क्रिप्ट राइटर के रूप में जाना जाता था। उनके लिखे कई संवाद ऐसे मशहूर हुए की आज वो आम बोलचाल का हिस्सा बन चुके हैं। अभिनेता कादर खान का जन्म 22 अक्टूबर 1937 को अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था। कादर खान ने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से इंजीनरिंग में ग्रेजुएशन किया था। बहोत काम लोग ही इस बात को जानते हैं कि उर्दू भाषा में उनकी पकड़ का तब कोई और दूसरा उनके मुकाबले में नहीं था।

आइये जानते हैं कादर खान की कुछ बेहद मज़ेदार फिल्मे एवं संवाद।
1 . बेनाम 2 . गूंज 3 . अनाड़ी 4 . महाचोर 5 . अदालत 6 . बैराग 7 . खून पसीना
8 . परवरिस 9 . चोर-सिपाही 10 . मुकद्दर का सिकंदर
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