नमस्कार दोस्तों,
भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह का मानना है कि हाल ही में होने वाले हॉकी वर्ल्ड कप में उनकी टीम किसी भी विपक्षी को हराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मनप्रीत ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत के दौरान कहा कि कप्तानी को लेकर उन पर किसी तरह का दबाव नहीं है और वह मैदान पर अपना बेस्ट देने की कोशिश करते हैं।
भारतीय टीम ने चैम्पियंस ट्रोफी में सिल्वर मेडल जीता जिसके बाद एशियन चैम्पियंस ट्रोफी में संयुक्त रूप से विजेता बना। हॉकी वर्ल्ड कप भुवनेश्वर की मेजबानी में 28 नवंबर से शुरू होगा। मनप्रीत ने कहा, 'कप्तानी को लेकर मुझपर किसी भी प्रकार का कोई प्रेशर नहीं है। जब भी मैं टर्फ पर उतरता हूं, तो अपना बेस्ट देने की कोशिश करता हूं। टीम में हर प्लेयर का कुछ रोल है और मैं भाग्यशाली समझता हूं कि हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो टीम के लिए बेस्ट देने का प्रयास करते हैं।'
कैप्टन ने कहा, 'वर्ल्ड कप एक बड़ा टूर्नामेंट है और ऐसे टूर्नामेंट में आपको हर कदम सोंच समझ कर बढ़ाना पढता है। हम हर दिन बेहतर खेलकर उस दिन को खास बनाने में विश्वास रखते हैं । यदि हम अपनी ताकत के हिसाब से खेलते हैं तो दुनिया की किसी भी टीम को हरा सकते हैं लेकिन इस समय हम इतनी दूर की नहीं सोच सकते। मैच के हिसाब से रणनीति बनानी होगी।'
उन्होंने कहा, 'दर्शकों का सपॉर्ट बड़ी भूमिका अदा करता है और हमें बेहतर करने के लिए ताकत और प्रेरणा देता है। अपने घरेलू मैदान पर खेलने से उम्मीदें भी ज्यादा होती हैं।' कोच हरेंद्र सिंह के मार्गदर्शन पर उन्होंने कहा, 'चैम्पियंस ट्रोफी से उनके साथ सफर शुरू हुआ और हम टूर्नमेंट में बढ़िया खेले हैं । एशियन गेम्स में जरूर कुछ गलतियां हुई और प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा लेकिन यह गेम का हिस्सा है। उनके होने से ड्रेसिंग रूम में पॉजिटिव वाइब्स रहती हैं।'
भारत को टूर्नामेंट में खतरे के सवाल पर उन्होंने कहा, 'हमें टूर्नामेंट में किसी भी टीम को हल्के में नहीं लेना चाहिए। हर टीम यहां बेस्ट प्रैक्टिस के बाद ही आई है। यह जरूरी है कि हमें रणनीति के हिसाब से सोचना होगा।' उन्होंने साथ ही कहा कि अंतिम मिनटों में गोल खाना भी दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन इससे बचने के लिए हमने कड़ी ट्रेनिंग और मेहनत की है।
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