इक ओंकार मंत्र से नानक ने दिया ये संदेश
अपने इस मंत्र से गुरु नानक ने लोगों को ईश्वर के एक होने का संदेश दिया। उनका कहना था कि ईश्वर सब जगह मौजूद है। वह हमारा पिता है इसलिए सबको प्रेम के साथ रहना चाहिए।
धन कैसे कमाएं
लोभ को त्याग कर व्यक्ति को खुद बहुत मेहनत करके सही तरीके से धन अर्जित करना चाहिए।
हक नहीं छीनना चाहिए
नानक कहते थे कभी भी किसी का हक नहीं छीनना चाहिए। इसके विपरीत कड़ी मेहनत और ईमानदारी के साथ की हुई कमाई से जरूरतमंदों की भी मदद करनी चाहिए।
पैसों को इस जगह बिल्कुल ना रखें
नानक कहते हैं कि धन को हमेशा अपनी जेब तक ही सीमित रखें। उसे कभी भी अपने दिल में जगह नहीं देनी चाहिए। ऐसा ना करने पर व्यक्ति को हमेशा नुकसान ही उठाना पड़ता है।
स्त्रियों के बारे में ये कहना था नानक का
नानक हमेशा स्त्रियों का आदर करने की सलाह देते रहे। उनके अनुसार स्त्री-पुरुष सभी एक समान थे।
काम कैसे करना चाहिए
नानक के अनुसार व्यक्ति को हमेशा तनावमुक्त रहकर निरंतर अपने कर्म करते रहने चाहिए। ऐसा करने से वह हमेशा प्रसन्न बना रहता है।
दुनिया को जीतने का मंत्र
नानक कहते थे कि दुनिया को जीतने से पहले व्यक्ति को अपने विकारों और बुराईयों पर विजय पाना बेहद जरूरी है। तभी वह दुनिया को जीत सकता है।
शत्रु पर विजय पाने का मंत्र
अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। नानक कहते थे इसलिए व्यक्ति को कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए। सब लोगों से विनम्र होकर बात करनी चाहिए।
जातिवाद को मिटाने पर जोर
गुरु नानक देव ने हमेशा अपने प्रवचनों से जातिवाद को मिटाने के उपदेश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने अपने विचारों में हमेशा लोगों को सत्य के मार्ग पर चलने की सीख दी है।
जिस किसी ने भी गुरुनानक जी के इन उपदेशों को अपने जीवन में उतार लिया वो अपने जीवन में आने वाली हर मुसीबत से आसानी से अपनी बुद्धि के दम पर खुद ही निपट लेने में सक्षम हो जाता है। गुरुनानक बताये मार्गदर्शन में चलने वाला मनुष्य अपने जीवन पथ से कभी नहीं भटकता और अपनी मंज़िल को ज़रूर प्राप्त करता है।
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